UP TET Important Questions in Hindi (PDF) | UPTET 2021 बालविकास की परिभाषाएं

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UPTET IMPORTANT QUESTIONS IN HINDI (PDF)

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UPTET Important Questions With Answer in Hindi

बालविकास के महत्वपूर्ण प्रश्न

बालविकास एक नजर मेंः-

1. शैश्वावस्था ( जन्म से लेकर 5 वर्ष तक)

शैश्वावस्था को निम्न नामों से भी जाना जाता है, जो कि निम्न लिखित है-

  • सीखने का आदर्श काल
  • भावी जीवन की आधारशिला
  • जीवन का सबसे महत्वपूर्ण काल 
  • अनुकरण द्वारा सीखने की अवस्था
  • तीव्रता से शारीरिक विकास की अवस्था
  • क्षणिक संवेग की अवस्था
  • समुचित सांवेगिक विकास की दृष्टि से स्वर्णिम काल
2. बाल्यावस्था ( 6-12 वर्ष तक)
बाल्यावस्था को निम्न नामों से भी जाना जाता है, जो कि इस प्रकार है-
  • स्थूल संक्रियात्मक अवस्था
  • अनोखा काल
  • निर्माण काल( भावी जीवन की सफलता एवं असफलता का काल)
  • प्रारंभिक विद्यालय की आयु
  • वैचारिक क्रिया अवस्था
  • टोली, दल, समूह की आयु
  • मिथ्या परिपक्वता काल
  • खेल की आयु
  • प्रतिद्वंदात्मक सामाजीकरण का काल
  • मूर्त चिन्तन की अवस्था
  • कल्पना शक्ति एवं अमूर्त चिन्तन के प्रारंभ का काल
  • बाल्यावस्था तीव्र शारीरिक क्रियाशीलता अभिवृद्धि का काल 
  • बाल्यावस्था में सामाजिकता विकसित होती है।
  • नये कौशलों एवं क्षमताओं के विकास की वृद्धि में स्वर्णिम काल
12-13 वर्ष के बीच के काल को वयः संधि कहते है।

3. किशोरावस्था ( 13-18 वर्ष तक)
  • अमूर्त चिन्तन की अवस्था
  • दल भक्ति की भावना
  • जीवन का सबसे कठिन काल
  • अटपटी व उलझन की अवस्था
  • समस्याओं की अवस्था
  • द्रुत एवं तीव्र विकास की अवस्था
  • स्वर्ण काल ( अंतिम अवस्था जो बालक को परिपक्वता की ओर ले जाता है)
  • बसन्त ऋतु
  • सामाजिक स्वीकृति की अवस्था
  • व्यकितगत एवं घनिष्ठ मित्रता की अवस्था
  • प्रबल दबाव व तनाव की अवस्था
  • संवेगात्मक परिवर्तन की अवस्था
  • आत्म- सम्मान व आत्म- स्वीकृति की अवस्था
  • तार्किक चिन्तन की अवस्था
  • संघर्ष और तूफान की अवस्था
  • उथल-पुथल की अवस्था
  • संक्रमण काल की अवस्था या संक्रांति काल
  • टीन एज 
  • सुनहरी अवस्था
  • ऐज ऑफ ब्यूटी
बालविकास की अवस्थायें एवं प्रकार
कालसनिक के अनुसार विकास के चरण का वर्गीकरण इस प्रकार है-
अ) गर्भाधान से जन्म तक का समयः- गर्भावस्था
ब) शैशवः-                                         से तीन सप्ताह तक
स) प्रारंभिक शैशवः-                           01 माह से 15 माह तक
द) उत्तर शैशवः-                               15 माह से 30 माह तक
य) पूर्व बाल्यावस्थाः-                          2.5 वर्ष से 5 वर्ष तक
र) मध्य बाल्यावस्थः-                        5 वर्ष से 9 वर्ष तक
ल) उत्तर बाल्यावस्थाः-                     9वर्ष से 12 वर्ष तक
व) किशोरावस्थाः-                             12 वर्ष से 21 वर्ष तक


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